किसी ने नाराज होकर
खींच दी एक लकीर
लकीर
अमरबेल की तरह
चढ़ती गई
और
दो दिलों के बीच
दूरियां बढ़ती गई
तुम्हारा दिल
और मेरा भी दिल
खींच दी एक लकीर
लकीर
अमरबेल की तरह
चढ़ती गई
और
दो दिलों के बीच
दूरियां बढ़ती गई
तुम्हारा दिल
और मेरा भी दिल
अब परेशान है
एक हिंदू है
दूसरा मुसलमान है...
एक हिंदू है
दूसरा मुसलमान है...
1 टिप्पणी:
वाह..
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